संवाददाता राजेश कौशल

बालोद : आज दिनांक 5/10/2020 दिन रविवार को समाजिक भवन बालोद में महरा/माहरा समाज के बैठक का आयोजन संपन्न हुआ, जिसमें जाति प्रमाण पत्र बनाने में हो रही समस्या को लेकर प्रमुख रुप से चर्चा हुआ साथ ही वर्तमान में समाज के चुने हुए जनप्रतिनिधि जैसे पंच सरपंच एवं शासकीय सेवा में कार्यरत समाजिक लोगों का जाति प्रमाण पत्र सरकार द्वारा निरस्त किया जा रहा है इस संबंध में विशेष चर्चा हुआ। ज्ञात हो कि शासन द्वारा समाज के चुने पंच सरपंच व सरकारी विभागों में पदस्थ लोगों का गलत तरीके से जाति प्रमाण पत्र बना है कहकर निरस्त किया जा रहा है जबकि छग शासन द्वारा स्पष्ट रूप से मान चुकी है कि महरा, महार, माहरा मात्रात्मक व ध्वन्यात्मक त्रुटि है, जिसे दिनांक 31/12/2017 को तत्कालीन सरकार के द्वारा नोटिफिकेशन भी जारी किया जा चुका है। परंतु कुछ असमाजिक लोगों द्वारा शासन के नोटिफिकेशन को उच्च न्यायालय में चुनौती दिया गया है जो कि न्यायालय में प्रकरण अभी भी लंबित है। मामला न्यायालय में लंबित हुए भी वर्तमान शासन द्वारा समाज के लोगों का जबरन जाति प्रमाण पत्र निरस्त करना हमारे समाज के साथ घोर अन्याय है। जिसका पूरा समाज घोर निंदा करता है और शासन से मांग करतें हैं जब तक न्यायालय से कोई फैसला ना आ जाए इस प्रकार समाज के किसी भी व्यक्ति का प्रमाणपत्र निरस्त ना किया जाए और ना ही किसी भी प्रकार की कोई भी कार्यवाही किया जाए। क्योंकि महरा /माहरा ही हमारी मूल जाति है।
कार्यक्रम के अंत में अशोक चांद जी के नेतृत्व में जाति प्रमाणपत्र संघर्ष समिति का गठन किया गया जो गलत तरीके से जाति प्रमाणपत्र निरस्त करने और समाज हित जाति प्रमाणपत्र की समस्या का निराकरण करेगी।
आज संपन्न हुए इस कार्यक्रम में झरिया शाखा से प्रांताध्यक्ष अशोक चांद बालोद जिलाध्यक्ष जीवन लाल कोटेन्द्र, जिलाध्यक्ष संजीव वर्मा, श्री मंत राम, टोमन आरदे, एम आर सोरदे, गैंदराम सहारे, चंद्रकुमार कौशल, पवन कुमार खापर्डे, के. आर. वासनिक, नागेश लावत्रे, मोती लाल धनगया, द्वारिका प्रसाद, संतराम वासनिक सहित क्षेत्र के समाज प्रमुख उपस्थित रहे ।