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रायपुर होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम से कोविड 19 मरीजों को तत्काल सहायता मिल रही

Cg24 आजतक.

रायपुर जिला प्रशासन द्वारा होम आइसोलेशन के लिए नियुक्त किये गए सरकारी एवं प्राइवेट चिकित्सक दिन रात कोविड 19 के मरीजों के इलाज में तत्परता से जुटे हैं। सभी चिकित्सक ना केवल अपने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं अन्य कोविड केअर सेन्टर में  डयूटी कर रहे हैं बल्कि उनको होम आइसोलेशन ऐप्प के माध्यम से सौंपे गए मरीजों की भी दिन रात सेवा कर रहे हैं।
    होम आइसोलेशन सेन्टर रायपुर के नोडल अधिकारी ए डी एम श्री विनीत नन्दनवार ने बताया कि जिलाधीश एस. भारतीदासन के निर्देश पर सेंटर चैबीसों घंटे काम कर रहा है और मरीजों को मदद कर रहा है। चिकित्सक मरीजों को प्रथम दिवस पर दवाई बताने से लेकर,नियमित रूप से दिन में कई बार उनका ऑक्सिजन लेवल,पल्स,तापमान एवं अन्य स्वास्थ्य संबंधी जानकारी वे लेते हैं। और समय समय पर उनको चिकित्सकीय सलाह देने के साथ उनका इस बीमारी के प्रति डर को हटाने के लिए परामर्श भी देते हैं  और  हौसला बढ़ाते हैं। जब किसी चिकित्सक को यह आभास होता है कि  मरीज के पैरामीटर्स होम आइसोलेशन के लिए अब उचित नही है।घ् ार पर रहने से उसको परेशानी हो सकती है तो वे बिना देरी किये अस्सिस्टेंट नोडल अधिकारियों डॉ अंजलि नोविता एवं चन्द्रकान्त से संपर्क करते हैं एवं ऐसे मरीजों को बिना देरी के तत्काल हॉस्पिटल पहुँचाया जाता है।  इसके अलावा 15 सरकारी चिकित्सक होम आइसोलेशन सेन्टर में 24 घंटे शिफ्ट के अनुसार अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जो कंट्रोल रूम के नंबर्स पर काल करने वाले मरीजों की हर प्रकार की समस्याओं का त्वरित समाधान करते हैं एवं आपातकालीन समय पर नोडल एवं असिस्टेन्ट नोडल्स के माध्यम से मरीजों को हॉस्पिटल पहुँचवाते हैं।
’केस 1 ’
डॉ नमीरा असिस्टेंट नोडल रात को डॉ अंजलि शर्मा को कॉल करती है। एक मरीज अनुपा जो की गर्भावस्था के अंतिम माह में है उन्हें असहज महसूस हो रहा है। बिना देरी के असिस्टेंट नोडल अंजलि उनकी बात मेकाहारा की प्रसूति विशेषज्ञ से कान्फेंस काल  पर कराती है।दूसरी ओर एम्बुलेंस वाली टीम से तत्काल उनके घर एम्बुलेंस भेजा जाता है। सुबह उनको नॉर्मल डिलीवरी से एक प्यारी सी बच्ची होती है। उनका पूरा परिवार होम आइसोलेशन टीम को बार -बार धन्यवाद देता है।
’केस 2 ’
मनीषा वर्मा का कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट जैसे ही उनको पता चलता है वो होम आइसोलेशन सेंटर के कंट्रोल रूम में कॉल करती हैं।बहुत घबराई हुई सी होती है। उन्हें कुछ भी समझ नहीं आ रहा होता है क्या करना है। डॉ वीणा मिश्रा फोन उठाती है । बहुत ही प्यार से उससे बात करती हैं और उनकी  समस्या   सुनती है।जब बात पूरी हो जाती है तो मनीषा के मन से कोविड 19, दवाइयों ,होम आइसोलेशन को लेकर को आशंका थी वो दूर हो चुकी होती है और आज मनीषा होम आइसोलेशन पूर्ण करके स्वस्थ हो चुकी हैं।
केस 3’
कोरोना पॉजिटिव मरीज सुनीता रावत  उम्र 65 वर्ष के परिवार के द्वारा होम आइसोलेशन कंट्रोल रूम में काल किया गया,। डॉक्टर से मरीज को हॉस्पिटल भेजने के लिए  कहा गया । डॉक्टर ने सहायक नोडल अधिकारी नोविता सिन्हा को सूचित किया गया, जिनके द्वारा तत्काल मेकाहारा हॉस्पिटल मे डॉक्टर से बात किया गया। चूँकि मरीज लकवा ग्रस्त एवं बोलने मे अक्षम थी, सहायक नोडल अधिकारी द्वारा प्रति क्षण उनके परिजनों एवं मेकाहारा स्टाफ से बात किया गया। और उन्हे आई सी यू  पंहुचाया गया। जहाँ अभी उनका उपचार जारी है।
केस 4
रात को 2 बजे के लगभग कंट्रोल रूम में धरसींवा थाने में पदस्थ श्री  शारदा चरण शर्मा 54 वर्ष का कॉल आया कि मैं होम आइसोलेशन में हूँ और मुझे साँस लेने में दिक्कत हो रही,बहुत खाँसी आ रही बेचैनी लग रही।देर रात कंट्रोल रूम में तैनात सहायक नोडल अधिकारी चन्द्रकान्त राही व उनकी टीम डॉ दिनेश जायसवाल व डॉ पदम जैन ने उनसे बात करके उनको हौसला दिया।चूँकि रायपुर से एम्बुलेंस भेजने में समय ज्यादा लगता इसलिये सहायक नोडल ने बी एम ओ धरसींवा डॉ लकड़ा से संपर्क किया तथा उन्हें समस्या बताते हुये बी एम ओ  के साथ मिलकर धरसींवा स्वास्थ केन्द्र से ही एम्बुलेंस की व्यवस्था करते हुये पेशेंट को तत्काल लालपुर कोविड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया।
केस 5
कन्ट्रोल रूम में रात करीब 1ः15 बजे तिल्दा से बी एम ओ डॉ आशीष सिन्हा का कॉल आया कि एक महिला चंदा वर्मा साँस लेने में दिक्कत की वजह से हॉस्पिटल आयी थी तब टेस्ट करने पर पता चला कि  महिला कोरोना पॉजिटिव है व उसकी स्थिति गंभीर होते जा रही। डॉ सिन्हा ने बताया कि पेशेंट को प्राथमिक उपचार देकर उसकी स्थिति को स्टेबल कर दिया गया है लेकिन जल्द ही इन्हें रायपुर के कोविड हॉस्पिटल भेजना पड़ेगा। देर रात सूचना मिलते ही कंट्रोल रूम में ड्यूटी कर रहे सहायक नोडल चन्द्रकान्त राही व उनकी टीम डॉ पंकज तिवारी व डॉ प्रवीण चंद्राकर के द्वारा एम्बुलेंस की व्यवस्था करके पेशेंट को तिल्दा से लालपुर कोविड हॉस्पिटल में, फिर लालपुर से मेकाहारा में भर्ती कराया गया।
केस 6
श्रीमती उमेश्वरी कुर्रे पत्नी पप्पू कुर्रे निवासी ग्राम कोटनी मंदिरहसौद को 30 सितम्बर को रात 12ः45 बजे प्रसव पीड़ा होने पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मंदिर हसौद में लाया गया।वहाँ पर कोरोना पॉजिटिव पाये जाने पर डॉ विजयालक्ष्मी के पास सहायक नोडल अधिकारी अंजलि का नंबर था । उन्होंने तत्काल उन्हें बताया कि ये होम आइसोलेशन की मरीज नहीं है पर अगर उनको हॉस्पिटल ना पहुंचाया गया तो परेशानी हो सकती है। असिस्टेंट नोडल अंजलि शर्मा ने ड्यूटी पर देर रात कंट्रोल रूम में तैनात सहायक नोडल अधिकारी को एम्बुलेंस के लिए कॉल किया और स्वयं मेकाहारा में बात करके उनके भर्ती होने की व्यवस्था करवाई। इस दौरान टीम डॉ पंकज तिवारी व डॉ प्रवीण चंद्राकर ने गर्भवती महिला के पति से बात करके यथास्थिति को जाना।चन्द्रकान्त राही ने प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए होम आइसोलेशन नोडल ए डी एम विनीत नन्दनवार को सूचना दी। देर रात में ही नोडल अधिकारी ए डी एम विनीत नन्दनवार के मार्गदर्शन में दोनों सहायक नोडल अंजलि एवं चन्द्रकान्त व उनकी टीम ने समस्या सुनने के 15 मिनट के अंदर ही  त्वरित कार्यवाही करते हुये गर्भवती महिला को एम्बुलेंस की व्यवस्था करके मेकाहारा हॉस्पिटल पहुंचाया। मेकाहारा में डॉ सुंदरानी व उनकी टीम के सार्थक प्रयास से रात 3 बजे के लगभग गर्भवती महिला ने एक स्वस्थ पुत्री को जन्म दिया। महिला के पति ने कंट्रोल रूम में फोन करके प्रशासन व डॉक्टर्स का आभार जताया व विपदा के समय तुरंत सहायता करने के लिये धन्यवाद दिया। ऐसे ही कई मरीजों की मदद होम आइसोलेशन टीम द्वारा नियमित रूप से की  जा रही है।

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