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बिहान योजना से जुड़कर आत्म निर्भर बनने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाती ग्रामीण महिलाएं

बालोद /गुरूर : जिला में ग्रामीण महिलाओं की स्थति काफी दयनीय है ,वर्तमान समय में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रो में धान की कटाई चरम पर है जिसमें ग्रामीण महिला मजदूरों की काफी भुमिका होती है देश की बदनसीबी कहा जाये या फिर हमारे नेताओं की गंधारी बनने की आदत कहा जाये तो कुछ कम नहीं होगा दिन भर खेतो में काम करने के बाद में प्रदेश के 2500 क्विंटलधारी किसान इन्हे महज दिन भर की मजदूरी सौ रुपये देते हैं जबकि देश भर के किसान अपने मांग को लेकर आज सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे है ।आपको बता दे की ग्रामीण महिलाएं किसान और सरकार की अनदेखी के चलते किसानो की खेती में मेहनत मजदूरी करना बंद करके अब खुद के मेहनत से अपने पहचान बनाने के लिए आगे आ रही है ।भारत की सरकार चाहे किसी भी दल की रही हो सभी ने बेटीयो की शिक्षा और विकास पर बल देने का प्रयास बेसक हकीकत की धरातल पर नही किया है लेकिन बेटीयो जुबान इस पर खुब चलाये है जिसके कारण आज समाज के बीच में बेटीया शिक्षा और सभी क्षेत्रो में बेटो से काफी आगे है लेकिन शादी होने के बाद में गरीब परिवार से तालुक रखने वाली महिलाएं हालत से समझौता कर मजदुरी और मेहनत को ही अपनी जीवन जीने की मुल जरूरत समझ कर दिन भर मजदूरी करती है ।ऐसे में प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन बालोद ने जागरूक और कुछ कर गुजरने की चाह रखने वाली महिलाओं को बिहान योजना में शामिल कर आत्म निर्भर बनने में सहयोग प्रदान कर रही है जिसके तहत महिलाएं मशरुम ,उत्पादन ,बड़ी व्यवसाय ,जैविक खाद निर्माण ,फिनाईल निर्माण जैसी अनेक रोजगार की प्रशिक्षण व रा मटेरियल की व्यवस्था दी जा रही है ।गुरूर विकासखंड के विभिन्न पंचायतो के महिलाएं अपने जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए आगे आई है ,जिसमें अरमरीकला ,अरकार ,कोसागोंदी ,चिटौद ,दढारी ,भोथली अन्य और भी पंचायत है ,जंहा की महिलाएं आत्म निर्भर होने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है ।बेहतर कार्य करने वाली महिलाओं के समुहो को प्रशासन की ओर से 15 हजार रूपये देने का भी प्रावधान है ।गुरूर विकासखंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत दढ़ारी के महिला स्व: सहायता समुह की महिलाओ ने अब तक रचा इतिहास धुप से लेकर दिपावली में बनाई है गोबर से दिये तो वंही अरमरीकला पंचायत के महिलाओं ने गौ मुत्र से बनाई फिनाईल आर्थिक स्थति मजबुत होने की प्रबल संभवना है । ग्राम पंचायत परसुली में आयोजित स्व: सहायता समुह की महिलाओं की प्रशिक्षण में पुर्व जिला पंचायत सदस्य कमला सिन्हा के साथ परसुली सरपंच मोती राम देवांगन की धर्म पत्नि सकुन देवांगन के साथ 14 स्व: सहायता समुह की महिलाएं रही उपस्थिति ।

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