
बालोद-हाथियों के बड़े दल के डेरा ब्लॉक मुख्यालय डोण्डी के वन ग्राम जबकसा,लीमुडीह,सुडोंगर पिछले माह भर से ग्रामीणों की नींद उड़ा के रख दिया हाथियों का दल से आसपास के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों ने हाथियों को खदेडऩे के लिए आसपास के क्षेत्र को घेरकर जंगल में विभीन्न जतन कर अपनी पूरी जोर लगा दी है। वहीं वन विभाग की टीम भी मौके पर मौजूद है। हाथियों की मौजूदगी से आसपास के गांवों में दहशत का माहौल है। परन्तु अब हाथी के बाद जंगली तेंदुआ का आतंक से क्षेत्र में फिर दहशत है। बीते दिन एक तेंदुआ भटकते हुए डोण्डी ब्लॉक के ग्राम चिहरो इलाके में आ गया है। जंहा राय सिंग मण्डावी पिता धरम मण्डावी उम्र 45 वर्ष की गाय को तेंदुवे ने हमला कर दिया जिससे गाय की मौत हो गई।गांव में मकान के बाहर बंधी एक गाय पर हमला बोल दिया। बुरी तरह नोच कर उसकी जान ले ली। शोरगुल होने पर पशुपालक घर से बाहर निकले और उन्होंने टार्च जलाई तो तेंदुआ भाग निकला। इस घटना से गांव में दहशत का माहौल है। लोग सारी रात जागते रहे। उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी। वन अधिकारियों ने ग्रामीणों को सतर्क किया है कि तेंदुए के दिखने पर वे उसे छेड़ने के बजाय वन विभाग को सूचना दें। चिहरो गांव जंगल से सटा हुआ है। उसके एक किनारे की तरफ राय सिंग मण्डावी का मकान है। रोज की तरह उन्होंने रात अपनी गायों को द्वार पर बांधकर घर में सो रहे थे। रात में अचानक गाएं जोर-जोर से रंभाने लगीं। गायों का शोर सुनकर राय सिंग की नींद खुल गई। वे घर से बाहर निकले और गायों की तरफ टार्च जलाई तो देखा कि तेंदुआ गाय को मारकर खा रहा है। टार्च की रोशनी पड़ते ही वह भाग निकला। उसके बाद राय सिंग ने शोर मचाना शुरू किया। मौके पर ग्रामीण एकत्रित हो गए। देर रात गांव में तेंदुआ आने की खबर लगते ही हड़कंप मच गया। लोग सारी रात लाठी-डंडा लेकर पहरा देते रहे। सुबह होने पर पीड़ित ने वन विभाग को मामले से अवगत कराया। वन अधिकारियों ने गांव वालों को सतर्क रहने और तेंदुआ दिखते ही सूचित करने को कहा है। गांव में दहशत का माहौल है और लोग रतजगा कर पहरा दे रहे हैं।वही तेंदुए के द्वारा गाय को सीकर बनाने के बाद आमाडुला वन विभाग के कमल नारायण गौतम और गीतेश यादव ने चिहरो गांव पहुच गाय के मुवावज़े के लिए प्रकरण तैयार किया।