मोहल्ला क्लास में खारुन नदी के संरक्षण से लेकर यूरोप के
पर्यावरणिक आंदोलनों की हुई चर्चा
Cg24 आजतक.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज दुर्ग जिले के पाटन तहसील के ग्राम अमलेश्वर में ‘पढ़ई तुहार दुआर‘ योजना के तहत संचालित मोहल्ला क्लास के बच्चों के पास पहुंचे। उन्होंने बच्चों से हिंदी, गणित और पर्यावरण संबंधी खूब प्रश्न पूछे, बच्चों ने इनका कुशलतापूर्वक उत्तर दिया, मुख्यमंत्री ने बच्चों को खूब शाबासी दी। बच्चों ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनके स्कूल में संगीत के माध्यम से पढ़ाई की जाती है। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि दोहे सुनाओ। इस पर एक छात्रा ने तुलसीदास जी का दोहा सुनाया। तुलसी मीठे बचन ते सुख उपजत चंहु ओर, बसीकरण इक मंत्र है परिहरु बचन कठोर। मुख्यमंत्री ने कहा, बहुत अच्छे से पढ़ाई हो रही है। इसके बाद उन्होंने बच्चों से घातांक के बारे में प्रश्न पूछा। 18 का पहाड़ा भी पूछा। बच्चों ने फर्राटे से इसका जवाब दिया।
मुख्यमंत्री ने बच्चों से पर्यावरण की परिभाषा भी पूछी। बच्चों ने इसकी परिभाषा दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपको न केवल पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक रहना है अपितु अन्य लोगों को भी संरक्षण के लिए प्रेरित करना है। उदाहरण के लिए आपके गांव के पास से खारुन नदी बहती है। उसमें लोग प्लास्टिक डाल देते हैं, जब भी ऐसा देखें तो लोगों को आगाह करें, उन्हें बताएं कि यह पर्यावरण के लिए कितना खतरनाक है। उन्होंने बताया कि पानी का प्रदूषण बेहद खतरनाक हो सकता है। 80 प्रतिशत बीमारियां दूषित पानी से होती हैं। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग कहते थे- पानी पियव छान के, गुरु बनावव जान के।