बालोद जिला के आमजन इस मामले के सामने आने से काफी हैरान है। कि कैसे बालोद जिला के सबसे बड़े अस्पताल में आमजन की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा था और जिम्मेदार मौन साधे हुए थे।
बालोद cg24 आजतक न्यूज़:- बालोद जिला स्वास्थ्य विभाग के कोविड सेंटर में भर्ती कोरोना संक्रमितों को मेडिकल स्टोर में रखी हुई पुरानी (एक्सपायरी दवाई) ड्रिप लगाए जाने के मामले ने जिला ही नही वरन पूरे प्रदेश स्तर में खबरों में स्थान पाया व स्वास्थ्य विभाग बालोद के अंदर चल रहे लापरवाही व मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने का मामला उजागर हुआ हमारे cg24 आजतक न्यूज़ की खबर व विभाग के बड़े आला अधिकारियों को इस मामले में जानकारी सामने आनेे के बाद जिला प्रशासन ने इस मामले में पहली कार्यवाही ड्रिप लगाने वाली नर्स के ऊपर कार्यवाही की व उसे बर्खास्त कर दिया गया लेकिन इस मामले में अब आमजन की प्रतिक्रिया भी सोशल मीडिया में लगातार आ रहा है। व लोग इसमे अन्य और दूसरे जिम्मेदार के ऊपर कार्यवाही की बात कर रहे है।
आखिर सिर्फ नर्स पर ही कार्यवाही क्यों ? क्या स्टोर इंचार्ज की कोई गलती नही आखिर नर्स को पुरानी एक्सपायरी ड्रिप को स्टोर से देने वाले इंचार्ज भी इसमे बराबर के दोषी उसकी भी बड़ी लापरवाही तो आखिर प्रशासन इस और क्यों कार्यवाही करने से बच रहा ?
उठते सवाल की कही :- आमजन के मन मे यह बात भी उठ रहा कि कही जिला स्वास्थ्य विभाग के बड़े जिम्मेदार इस मामले में बड़ी कार्यवाही व एक्सपायरी दवाइयों के मेडिकल स्टोर में रखे होने व इसके मॉनिटरिंग करने वाले जिम्मेदारों को बचाने के फेर में कही नर्स को ही तो इस मामले में दोषी पाए जाने पर बर्खास्त कर मामले का इतिश्री तो नही कर दिया गया है। मामले में आगे ओर भी लोगो की भूमिका की जांच करने व कार्यवाही करने की बाते कही जा रही है।
अच्छी पहल :-जिला स्वास्थ्य चिकित्सालय बालोद में आमजन को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले, वर्तमान कोरोना संक्रमण के उपचार करा रहे लोगो को बेहतर इलाज व सुविधा मिले इसके लिए जिला कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने घटना के दूसरे दिन ही कोविड 19 अस्पताल का दौरा कर दिशा निर्देश भी दे रहे वही मरीजो से बात कर हालचाल जान रहे।
” क्या जिले के दूसरे ग्रामीण व शहरीय व नगरीय क्षेत्रों के अस्पतालों में भी इस एक्सपायरी ड्रिप की सफ्लाई हुई है ?जो सामने नही आ पाया व आम मरीजो को भी उपचार के दौरान उपयोग किया गया हो जब जिला में इस प्रकार की घटना हो रहा हो तो बाकी जगह भी प्रश्न खड़े हो रहे है।”
इनकी भूमिका भी मामले में संदिग्ध :-दवाइयों का स्टॉक देखने वाले,मरीजो के इलाज के लिए नर्सों को दवाई देने वाले कर्मचारी,व मेडिकल स्टोर इंचार्ज , के ऊपर भी कार्यवाही व मामले में जिम्मेदारी तय करने की बात सोशल मीडिया में कहा जा रहा है।