
छत्तीसगढ़ राजनांदगांव से के एस ठाकुर की रिपोर्ट

छत्तीसगढ़ राज्य धान के कटोरा के नाम से पूरे भारत में विख्यात इसकी सबसे बड़ी वजह यह है, कि छत्तीसगढ़ में धान का उत्पादन अन्य राज्यों की तुलना में काफी अधिक मात्रा में होता है। और यहां के किसान मूल रूप से खेती में धान की उत्पादकता पर निर्भर करते हैं। वर्तमान कांग्रेस सरकार धान खरीदी ₹25 प्रति क्विंटल की दर से किए जाने की अपना विशेष घोषणा के दम पर ही 15 साल के वनवास के पश्चात सत्ता पर काबिज हुई है । हालांकि धान खरीदी 1 दिसंबर से किए जाने के विरोध में अनेक संगठनों ने इसका विरोध करते हुए धान खरीदी एक नंबर या फिर 15 नंबर से क्या जाने की मांग सरकार से की थी । किंतु सरकार ने धान खरीदी 1 दिसंबर 2020 से प्रारंभ करने की अपनी निर्णय पर अटल रहते हुए 1 दिसंबर से पूरे छत्तीसगढ़ की धान खरीदी केंद्र में धान खरीदी करना प्रारंभ कर दिया है। एवं सरकार के विधायक मंत्री अनेक निगम मंडलों के अध्यक्ष तथा स्थानीय पदाधिकारी एवं शासन के अनेक स्तर के अधिकारियों धान केंद्रों का सतत निरीक्षण भी करते रहेंगे जिससे कि धान खरीदी में किसानों को किसी प्रकार कोई अडचन असुविधा परेशानी ना हो।
इसी क्रम में राजनांदगांव सुदूर आदिवासी वनांचल क्षेत्र अंबागढ़ चौकी के जादू टोला सेवा सहकारी समिति के धान खरीदी केंद्र में धान खरीदी का कार्य प्रारंभ हुआ इस अवसर पर नगर पंचायत अंबागढ़ चौकी के उपाध्यक्ष रितेश मेश्राम विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने धान खरीदी केंद्र मे विधिवत पूजा-अर्चना कर शुभारंभ किया। किसानों से चर्चा की उन्हें सरकार की नीतियों की जानकारी दें खरीदी केंद्र का अवलोकन एवं निरीक्षण भी किय।
