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80 प्रतिशत दिव्यांग गीतांजलि पेंशन पाने खा रही दर दर की ठोकर,वही सरकार बता रहे 2 साल की उपलब्धियां क्या यही है विकास ?

मानसिक रूप से पीड़ित कुमारी गीतांजलि विगत 5 साल से 300 रुपए की पेंशन पाने 5 साल से प्रशासन की दरवाजा खटखटा रही है।

जिला मेडिकल बोर्ड जिला चिकित्सालय बालोद की ओर से 10, 11, 2016 को मानसिक रोगी का प्रमाण पत्र गीतांजलि को प्राप्त हुआ है।

गुंडरदेही cg 24 आज तक न्यूज़ रिपोर्टर परस साहू :- गुंडरदेही ब्लॉक मुख्यालय से 17 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत कुथरेल के आश्रित ग्राम मासुल की मानसिक रुप से विकलांग 32 वर्षीय कुमारी गीतांजली साहू पिता कुंवर सिंह साहू आज भी विकलांगता पेंशन के लिए भटक रही है

बेटी का पेंशन लेने पिता दर-दर ठोकर खा रहे हैं :-गीतांजलि के पिता कुंवर सिंह साहू ने बताया कि कुमारी गीतांजली साहू जन्म से ही मानसिक रूप से 80 प्रतिशत विकलांग है। उन्हें विकलांगता का प्रमाण पत्र भी दिया गया है। उनका कहना है कि परिवार एवं समाज कल्याण विभाग की ओर से विकलांगजनों की सहायता के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं पर , जिनका लाभ विकलांगजनों को नहीं दिया जा रहा है। परंतु उनके पिता का कहना है मेरी पुत्री कुमारी गीतांजलि साहू जो कि जन्म से ही 80 प्रतिशत विकलांग है उसको शासन की किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है।

कुवर सिंह साहू ने बताया कि विकलांगता पेंशन के लिए ग्राम पंचायत में कई बार आवेदन दे चुके हैं। लेकिन पंचायत सचिव एवं सरपंच द्वारा इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पूर्व ग्राम पंचायत जरवाय में भी पेशन के लिए आवेदन दिए थे लेकिन चार पंचवर्षीय गुजर जाने के बावजूद पेशन नहीं मिला

गीतांजलि पेंशन की मांग करते करते आने जाने में उसकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो गया पर विडंबना ही कहा जायेगा कि 80% विकलांग को 15 साल पूर्व की भाजपा सरकार एवं 2 साल से वर्तमान कांग्रेस की सरकार में लाभ नही मिल रहा ।सरकार अपने कार्यकाल की प्रेस वार्ता कर रहे हैं पर उनके जिम्मेदार पद पर बैठे प्रशासन के अधिकारी धरातल पर नहीं पहुंच पा रही है सरकार सिर्फ विकास के नाम पर ढिंढोरा पीट रहे हैं बल्कि ग्रामीण क्षेत्र में लोग समस्या से जूझ रहे हैं क्या अब उस 80% विकलांग गीतांजलि को किसी जनप्रतिनिधि और प्रशासन की व्यवस्था की ओर से उन्हें विकलांग पेंशन दिलवाने के लिए प्रयास करेगी या खाली कांग्रेस भाजपा एवं प्रशासन प्रेस वार्ता में व्यस्त रहकर योजना को पूरा मान लिया जाएगा सरकार की उपलब्धि गिनाने लगातार जन चौपाल लगाया जा रहा है। जबकि गुंडरदेही में जो कि मुख्यालय से 17 किलोमीटर दूर प्रशासन का नहीं पहुंच पाना कहीं न कहीं समाज परिवार कल्याण विभाग की लापरवाही कहा जा सकता है।

गीतांजलि के पिता का कहना कि:- मैं ग्राम पंचायत जनपद पंचायत जनदर्शन पेंशन के लिए कई चक्कर काट चुका हूं कई अधिकारी बदल गया सचिव बदल गया पर मैं सिर्फ प्रमाण पत्र लेकर ही संतुष्ट हूं मुझे शासन का कोई भी योजना का लाभ मेरे बेटी को नहीं मिल रहा है।

इस पूरे मामले को लेकर संसदीय सचिव एवं क्षेत्रीय विधायक कुंवर सिंह निषाद ने कहा कि :- पीड़ित मानसिक विकलांग महिला को बहुत जल्द पेंशन के लिए जनपद पंचायत समाज कल्याण विभाग को कहता हूं शासन की योजना का लाभ उन्हें बहुत जल्द मिलेगा मेरे विधानसभा क्षेत्र की कोई भी व्यक्ति शासन की योजना के लाभ से वंचित होने नहीं दूंगा।

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