बालोद cg24 आजतक न्यूज :- श्रीमती रितु चन्द्राकर ने पंडित रविशंकर शुक्ल विश्व विद्यालय रायपुर से समाजशास्त्र विषय मे शोध कार्य सम्पन्न किया उनके शोध का विषय खुले में शौच मुक्त तथा शौचयुक्त ग्रामो में परिवर्तन का तुलनात्मक अध्य्यन (राजनंदगांव जिले के विशेष संदर्भ में ) है ।उन्होंने अपना शोध कार्य शासकीय विश्वनाथ यादव तामस्कर स्नातकोत्तर स्वशासी महाविद्यालय दुर्ग छत्तीसगढ़ की डॉक्टर सपना शर्मा सारस्वत सहायक प्राध्यापक समाजशास्त्र के निर्देशन में पूर्ण किया श्रीमतो रितु चन्द्राकर ने बताया की ग्रामीण क्षेत्र में खुले में शौचमुक्क्त अभियान से सम्बंधित शौध अध्ययन की मात्रा नही के बराबर थी अतः उन्होंने महसूस किया कि स्वच्छता को व्यापक बनाने एवम सभी व्यक्ति के लिए शौचालय निर्माण हेतु किये गए प्रयासों का व्यापक अध्ययन व विश्लेषण किया जाए उन्होंने लोगो की सदियों पुरानी खुले में शौच करने की आदत की छुड़वाने हेतु किये गए समाजिक एवम शासकीय प्रयासों का समाज शास्त्री परिपेक्ष्य में क्रमिक अध्ययन कर ग्रामीण क्षेत्रो में स्वछता सम्बन्धित आदतों में हुए परिवर्तन तथा इसके फलस्वरूप लोगो के स्वास्थ्य में हुए सुधार के मध्य प्रत्यक्ष सम्बन्ध स्थापित करने का प्रयास किया शोध में उन्हें शौच मुक्त ग्रामो में सामाजिक व आर्थिक परिवर्तन के साथ महिला सशक्तिकरण ओर भी प्रकाश डाला है।उनका यह शोध खुले में शौच मुक्त ग्राम को स्थायित्व प्रदान करने में भी सहायक सिद्ध होगा ।
श्रीमती रितु चन्द्राकर के अनेक शौधपत्र राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय शौध पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके है। श्रीमती चन्द्राकर प्रारम्भ से ही मेधावी रही है उन्होंने यूजिसिनेट तथा सेट परीक्षा भी उत्तीर्ण की है। श्रीमती रितु चन्द्राकर ग्राम खप्परवाड़ा निवासी श्री वीरेंद्र सिंह चन्द्राकर एवम श्रीमती हेमलता चन्द्राकर की पुत्री है। श्रीमती रितु चन्द्राकर लोकेश चन्द्राकर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बालोद की धर्मपत्नी है। डॉक्टर की उपाधि प्राप्त करने पर उनको समस्त परिवारजनों व मित्रगणों ने शुभकामनाएं दी है।